तुम्हें देखकर सुबह बन गयी
तुम्हें देखकर सुबह बन गयी
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जब तुम्हें देखा तो मेरी दुनिया बदल हो गयी. तुम ही मेरी सारी उमंग हो, तुम ही मेरा सबकुछ हो.
पता नहीं किसकी बात कर रहा हूं मैं? लेकिन मेरे मन में बस एक ही नाम है तुम्हारा.
तुम्हें देखकर मुझे उम्मीद मिलती है. तुमसे मिले बिना मेरा दिन अधूरा रह जाता है.
आज भी तुम से मोहब्बत बढ़ गई है
उनकी आँखों में देख कर मुझे यह एहसास हुआ। मेरा जीवन असंगीत है
जब तू मुझसे दूर हो भी, मैं तुम्हें याद करता हूँ
- ये जुनून तो कभी शांत नहीं होगा
- मेरे हर कदम पर है तुम्हारी छाप
तुमसे मोहब्बत बढ़ गई है. यह एक अनुभव है
हर सुबह तुम्हारी याद आती है
पहले तो बस एक सपना की तरह लगता था, अब तो हर दिन का शुरूआत तुम्हारी ही यादों से होता है। धुंधली सी दिखाई देती हो तुम मुझसे कह रही हो - "तुम मेरे साथ हो"। फिर जल्दी से जागते हैं और देखते more info हैं कि बस एक सपना था यह सब। फिर भी, थोड़ी देर तक तुम्हारी आँखें की याद आती रहती है। जैसे तुम ही यहाँ हो, जैसे हम साथ हैं। यह ख्याल मुझे गर्म करता है।
सुप्रभात मेरे प्रिय
आज आपका दिन शुभ हो! मैं आपके साथ यात्रा बिताने के लिए बहुत उत्तेजित हूँ। आप आज कौन सी चीजें करेंगे ?
- मैं तुम्हें जानना चाहता हूँ
- तुम मेरी दुनिया हो
एक नया दिन शुरू हुआ, और तुम यहाँ हो
यह बहुत अवसर है। आज हम मिलना चाहते हैं। क्या तुम तैयार हो? हमें उम्मीद है कि तुम्हें यह समय पसंद आएगा।
तुम ही मेरी सुबह की रौनक
यह दिल/मन/हृदय को उत्साहित/उमंग से भरपूर/खुशी से ओतप्रोत रखता है। हर सुबह/दोपहर/रात, जब आँखें/नज़रें/देखें खुली होती हैं, तो यह भावना/विचार/संकल्पना सबसे पहले मस्तिष्क/दिमाग/मन में आती है। तुम ही मेरी रौनक हो, यह सच्चाई/वास्तविकता/पक्का पक्का है।
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